Aakash aur dharti ke raja ki jai
Song: Aakash aur dharti ke raja ki jai
Verse 1को. आकाश और धरती के राजा की जय
जय जय पुकार जय जय पुकार
सारी जमीन की सारी प्रजा
येशू की जय जय जय जय पुकार
Verse 2दुनिया का रचने वाला वही
भक्तों के दिल का उजाला वही
पपिन कारण जन्मा वही
सूली पर चढने वाला है
Verse 3वही है मेरे जीवन का मान
मेरा उध्दार और मेरी चटटान
हाथों मे उसके है किश्ती मेरी
आने दो आता मगर यह तूफान
Verse 4दुखः मे और सुःख मे वह साथी रहा
राहों मे जीवन की संग वह चला
उसकी रही हन पर कृपा बडी
जीवन मिला तो उसीसे मिला