Verse 1आंसू की तराई में
जब में व्याकुल हूँ
आंसू को पोंछने वाला
सबकुछ सफल करेगा
Verse 2तेरा मन व्याकुल ना हो
तेरा मन डगमगाए ना
रहूँगा साथ तेरे
सर्वदा संग रहूँगा
Verse 3घोर अंधकार से भरी
मुश्किलें आये तोह भी
क्रूस की छाया मै
विजय देता मुझे
Verse 4आग या शेरो की मान्ध
अँधा कुआ, मरुस्थल
काराग्रह, भूख मरी
मृत्यु भी आ जाये
Verse 5प्यासा भटकता मै
भोज से दबे हुए हो
प्यास भुजाने वाला
जीवन जल देता मुझे