Verse 1आँसू कब मिटंगे,
दर्द मेरे कब होंगे दूर (2)
मुश्किलों के समय में,
मुझको छुड़ाना प्रभु (2)
Verse 2इस धरा में है कुछ नहीं,
जो कमाया सब है बेकार(2)
परदेसी है हम यहाँ,
ये जग हमारा नहीं(2)
Verse 3हे प्रभु तेरे संग रहने को,
मन मेरा बहुत है व्याकुल (2)
अब देर न कर प्रभु,
रुकने की शक्ति नहीं (2)