अपनी दुल्हन को लेने , येशु राजा आएगा 2
जिन के जामे लहू से धुले है , संग ले जायेगा 2
Verse 2
द्वार दया का खुला है , तुम भी ह्रदय खोलो ,
क्रूस से बहती धारा , अपने मन को धोलो - x2
येशु है बुलाता , जल्दी दाखिल हो
बंध होगा दरवाजा , फिर पछतायेगा
अपनी दुल्हन को...
Verse 3
कुव्वते आसमानों की हिलाई जाएगी ,
येशु के आने पर , कब्र खुल जाएगी 2
पाताल और समुन्दर मुर्दे दे देंगे
येशु में जो सोया फिर उठ जाएगा 2
अपनी दुल्हन को...