Verse 1ऐ दुनिया के लोगों, ऊंची आवाज़ करो
गाओ खुशी के गीत, उसका गुणगान करो
इबादत करो, उसकी इबादत करो (२)
Verse 2याद रखो की वही एक खुदा है
हमको ये जीवन, उसी ने दिया है
उसी चारागाह से हम सब है आए
Verse 3हम्द-ओ-सन्ना के हम गीत गायें
रब्ब का तुम शुक्र करो, ऊंची आवाज़ करो
गाओ खुशी के गीत...
Verse 4नाम-ऐ-खुदावंद कितना मुबारक
मेरा खुदावंद, कितना भला है
रहमत है उसकी सदियों पुरानी
Verse 5वफ़ा का अज़र से यही सिलसिला है
उस पर ईमान धरो, उसके घर आओ चलो
गाओ खुशी के गीत...