Verse 1जहा थी खुश्बू प्यार की
कहाँ से आई नफ़रत की तलवार
जहा रहते थे साथ मिलके
Verse 2कहाँ से आई जात धरम की दीवार
यीशु ने सिखाया, करो तुम, दुश्मनो से भी प्यार
है ये मेरी ही दुआ, सलामत रखना, भारत को
ए खुदा है ये दुआ
Verse 3जब कहीं बहता है लहूँ, हाँ वहीं बहते है आँसू
हर तरफ छाया हुआ है मातम
जो थे अपने वो बन गए दुश्मन
जो दे काँटे, उसका दामन फूलों से भरदो ... (2)
Verse 4है ये मेरी ही दुआ, सलामत रखना, भारत को
ए खुदा है ये दुआ
आओ मिलकर हम, बनायें ज़िंदगी
Verse 5अंधेरी रातों में, जलायें रोशनी … (2)
रोशनी