Verse 1बोलो जय मिलकर जय,
बोलो जय येशु की जय (2)
बोलो जय जय जय
Verse 2क्रूस पे आपन खून बहा
मुझ पापी को दी शिफा
मन मेरे तू बोल सदा (2)
बोलो जय...
Verse 3प्रेम तेरे की ये ही रीत
मन में भर दे अपनी प्रीत
तेरे प्रेम के गायें गीत (2)
बोलो जय...
Verse 4तेरी कुदरत की यह शान
खुद ही दाता खुद ही दान
पूरे कर मन के अरमान (2)
बोलो जय...
Verse 5खिदमत अपनी ले मुझ से
इस मन्दिर में तू बसे
हिन्द में तेरा नाम रहे (2)
बोलो जय...