Verse 1ऐ पथिक ये सदा याद रखना, तू कभी भी अकेला नहीं
जिन्दगी के सफ़र में ओ राही, तू कभी भी अकेला नहीं
Verse 2वो नज़र तो नहीं तुझको आते, है मगर हाथ दो तेरे उपर
तुझको महसूस हो या कि ना हो, उसका साया सदा तेरे सर पर
बात ये भूल जाना ना राही, तू कभी भी अकेला नहीं
Verse 3साथ देते नहीं हैं सहारे, नाव को छोड़ देते किनारे
प्रभु यीशु ही सच्चा सहारा, पार तुझको वहीं एक उतारे
मुश्किलों में वही काम आता, तू कभी भी अकेला नहीं