Verse 1गिन गिन के स्तुति करूँ
बेशुमार तेरे दानों को लिये
अब तक तूने संभाला मुझे
अपनी बाहों में लिये हुए-2
Verse 2तेरे शत्रु का निशाना
तुझ पर होगा ना सफल-2
आँखों की पुतली जैसे
वो रखेगा, तुझे हर पल
गिन गिन...
Verse 3आँधीयाँ बन के आयें
जिन्दगी के फ़िकर
कौन है तेरा खेवनहारा
है भरोसा तेरा किधर
गिन गिन…
Verse 4आए तुझे जो मिटाने,
वे शस्त्र होंगे बेअसर
तेरा रचने वाला तुझ पर,
रखता है अपनी नजर
गिन गिन...
Verse 5translation of
enni enni sthuthi