Verse 1हमेशा आनन्द हैं
मुझे येशु देता हैं
आओ मिलकर उसकी
स्तुति करे हम
Verse 2हाल्लेलुयाह आनन्द हैं .......
हाल्लेलुयाह आनन्द हैं .......
हाल्लेलुयाह आनन्द हैं .......
हाल्लेलुयाह आनन्द हैं .......
Verse 3अपने पंखो तले मुझको
छुपाकर संभालता रहेगा
उसका वचन हैं आत्मा का तलवार
मार्ग वही हैं
Verse 4हर रास्ते मे मुझको
बचाने फरिश्ते मेरे लिए
न लगे पत्थर पाँव मे मेरे
हाथ मे उठा लेंगे
Verse 5सिंह के ऊपर साँप के
ऊपर चलते जाएँगे
शैतान के सारे शक्ति के
ऊपर अधिकार मुझको हैं