Verse 1को:- हन्द ओ सन्ना गायें सदा,
जिन्दा मसीह इबने खुदा !
Verse 2चरनी में आके जन्म लिया था,
स्वर्गीय राज्य को छोड दिया था,
हिंकमत ओ उल्फत में बढता गया था,
यूं उसने अपने को कामिल किया !
Verse 3पापिन कारण दुःख उठाया -
क्रूस पर अपना खून बहाया,
पापी जगत को उसने बचाया -
बाप की मर्जी को पूरा किया !
Verse 4नैय्या मेरी मझधार पडी है -
तुमसे प्रभु जी आस धरी है,
चेलों की नैय्या पार खडी है -
मेरी भी लेना जान बचा !