Verse 3थोड़ा डूबूं काफी नहीं, ज्यादा डूबंू काफी नहीं,
पूरा पूरा डूबना है(2), डूब डूब मगन होना है
Verse 4:
इसमें बहती आरोग्यता, इसमें बेहती है शुद्धता,
इसमें बहती है शान्ति(2), इसमें बेहती है सम्पन्नता
Verse 5:
कोटि कोटि मछुआरे आओ, जल्दी जल्दी जालें लगाओ,
गाते गाते मछली पकड़ लो(2), आत्माओ से भर-भर लो
Verse 6:
नदी के तट पर पेड़ अनेकों, देते होंगे फल भी अनेकों,
पत्ते बन जायेंगे दवा(2), फल बन जायेंगे भोजन