Jin Rahon se guzray hain - vanna vazhikal
Song: Jin Rahon se guzray hain - vanna vazhikal
Verse 1जिन राहों से गुज़रे हैं अब तक
है चलाया तूने ही अब तक
धन्यवाद करता तूझे मैं
अपने हाथों से थामा मुझे।
Verse 2आशीषे है दी तूने मुझको, है बनाया जीवन नया
करू तेरी स्तुति निरंतर, तूने की है मुझपर कृपा।
Verse 3चला जाऊँ दूर तलक मैं, तूने दी है शक्ति मुझे
हर पल जो थक सा गया मैं, है सहारा तू ही मेरा।
Verse 4हर पल जो गुज़रतें है हर दिन, करूणा तेरी करता बयां
हर एक क्षण जीवन के हर पल, तू ही साथ है मेरे सदा।
Verse 5वेदना मन की तूने है जाना, है दया की मुझ पर सदा
हर अंधेरी राहों में अब तक, है संभाला तूने मुझे।