Verse 1ज्योति जहाँ की आया तू अंधकार मे
आँखे खोल मेरी तुझे देख सकूँ
Verse 2दिल ये करे तेरी ही प्रशंसा
गाता रहे अब सदा
Verse 3तेरी आराधना करने आया हूँ
और तुझसे ये कहूँ तू हैं मेरा खुदा
Verse 4तू है महान सर्व शक्तिमान
पराक्रमी प्रभु तू है मेरा खुदा
राजा महान सारे आदर के योग्य तू
धरती और आसमान में
Verse 5दीन तू बना और इस दुनिया मे आया
कैसा अनोखा प्यार ये
तेरी आराधना करने आया हूँ...
Verse 6मेरी माफी के लिए तूने क्या कुछ ना सहा
मेरे पांपो को लिया क्रूस पर