Verse 1कोई नही कर सकेगा
तेरे प्यार से मुझको अलग
कोई नही दे सकेगा
ऐसा प्यार तेरे बिना
कोई नहीं, कोई नही, तेरे बिना … (2)
Verse 2चाहे छोड़े मुझको ज़माना
चाहे छोड़े मुझको मेरे अपने
फिर भी तू नही छोड़े मेरा साथ
मैं जाऊं सागर से गहरा
उड़ जाऊँ अंबर से उँचा
फिर भी तुझे मैं पाऊँ मेरे साथ
कोई नही…
Verse 3ना जीवन, ना मृत्यु
ना स्वर्गदूत, ना शैतान
ना वर्तमान, ना भविष्य
ना उँचाई, ना गहराई
कोई नही…