Verse 1को - मसीह तू मेरी जिंदगी, मसीह तू मेरी जान है
तेरे बिन ऐ मसिह यह दिल विरान है
Verse 2मेरे दिल की विरानी ने मुझे अब बहुत तडपाया
खिला यह प्यार, मेरा दिल रूहे बनके बहार आया
तेरे इस प्यार ने, किया एहसान है,
तेरे बिन ऐ मसीह
Verse 3मैं था मुजरिम, मगर तू खुद उठाकर भार कंधोंपर
चढा था कलवरी पहाड लेकर सलीब मेरे खातिर
तेरे इस प्यारने, किया हैरान है तेरे बिन ऐ मसीह
Verse 4मैं जीवन भर तेरे ही प्यार के अब गीत गाउंगा
तू ही है जिन्दगी की राह मै दुनिया को बताउंगा
सूली पर अब मेरा यह दिल कुरबान है,
तेरे बिन ऐ मसिह