Mubarak hai jiske gunah dhul gaye
Song: Mubarak hai jiske gunah dhul gaye
Verse 1मुबारक है जिसके गुनाह धुल गए
बक्षी गई जिसकी हर एक ख़ता
शुक्रिया ए खुदा ३
Verse 2मै जितना खामोश रहा
मेरा गम उतना ही बाधा
रात और दिन मुझ पर ए खुदा
हाथ तेरा भरी था
Verse 3मैंने अपनी ख़ता को मान
अपनी बदकारी को जाना
मेरे खुदाया मेरी ख़ता को तुने माफ़ किया
शुक्रिया ए खुदा ३
Verse 4पास है मेरे जब तू खुदा
क्यों न करूँ मै तुझ से दुआ
मेरी हिफाज़त हर गम से
तू मेरी छिपने की जगह
Verse 5आज़ादी के नगमे देगा
किस राह पे चलना है कहेगा
तेरी नज़र अब मुझपे होगी तुने वायदा किया
शुक्रिया ए खुदा ३