Verse 1मुक्ति का नायक वो
जय मुझे देता है
मुझमें वो जीवित है
कितना आनंद है
Verse 2मैं गाते-गाते रहूँगा
रोज़ नाचते-नाचते गाऊँगा ... (2)
और दौड़ते-दौड़ते कहूँगा ... (2)
मेरा यीशु ज़िंदा हुआ
मुक्ति का नायक वो...
Verse 3वो खोजते-खोजते आया
मुझे गले लगाया अपने ... (2)
मेरे पापों को क्षमा किया ... (2)
नये सिरेसे मुझे बनाया
मुक्ति का नायक वो...
Verse 4वो प्रेम के अभिषेक से
चलाता है हरदम ... (2)
शैतान से जितने के लिए ... (2)
अधिकार वो दे दिया है
मुक्ति का नायक वो...
Verse 5लाल समुद्र वो पार करके
यरदन को भी पार करूँगा ... (2)
यरीहो को जितने के लिए ... (2)
मैं तुरही फूंकते रहूँगा
मुक्ति का नायक वो...