पूरे दिल से करते है हम
तेरी आराधना ... (2)
यीशु तेरा नाम ... (4)
Verse 2
सिंहासन गढ़ है सबसे उँचा
पवित्र आत्मा आ मुझको छू जा ... (2)
और मैं नाचू गाऊँ झूमूँ ... (2)
खुशियाँ आनंद मनाऊँ-मनाऊँ
यीशु तेरा नाम...
Verse 3
ना डरु, ना घबराऊ
क्रूस उठाकर तेरे पीछे आऊँ ... (2)
और मैं नाचू गाऊँ झूमूँ ... (2)
खुशियाँ आनंद मनाऊँ-मनाऊँ
यीशु तेरा नाम...
रहभर (Rahbhar)
Verse 4
देखना अब हमको हम सितारों से जगमगाएंगे
टूटती बिखरती इन क़तारों में सीध लाएँगे
है क्यूँ अलग-अलग सी दिशायें
जब के मंज़िल तो एक ही है
है क्यूँ ओझल-ओझल ये निगाहें
जब के तायुन तो एक ही है ना
और वो रहभर है वो परछाया वही रहनुमां है
वो बादल जो सब पे छाया वही जिस्मों जाँ है … (2)
Verse 5
अब दायरों में हमको नहीं है बट जाना
एक जान होकर पैगाम-ए-उन है फैलाना
है क्यूँ दिलों ज़ेहन में खलायें
जब के लगन तो एक ही है
है क्यूँ जुदा-जुदा सी सदायें
जब के दुआ तो एक ही है ना
Add to Set
Login required
You must login to save songs to your account. Would you like to login now?