Sambhav he sub sambhav he
Song: Sambhav he sub sambhav he
Verse 1सम्भव है सब सम्भव है तुझ में सब कुछ सम्भव है
असम्भव, तुझ से असम्भव असम्भव कुछ भी नहीं
Verse 2सागर पर तू है चला आंधी को तू ने डाटा
शैतान पर पाया विजय सर्व शक्तिमान तू;- सम्भव है…
Verse 3लाल समुन्दर ने तुझे देख कर दूर हो गया
यरदन नदी भी तुझे देख कर पीछे हटी;- सम्भव है…
Verse 4मरके जीवित हुआ, मृत्यु पर जयवन्त हुआ
फिर से आयेगा तू, रूपान्तर देगा हमें;- सम्भव है…
Verse 5तेरा नाम कहना ही है, शैतान भागता है दूर
तेरे नाम में हाथों से, बीमारी होती है दूर;- सम्भव है…