Verse 1स्वर्ग राज्य में तुझे देखने
स्वर्ग सियोन जाने को
मेरे परमेश्वर तेरे साथ रहना
मेरी मन की आशा है
Verse 2इस धरती की मेरी यात्रा में
रोज दुःख और मुसिबत है
जब तू आऐगा मुझे लेनेको
मुझे शान्ति तब मिलेगी
Verse 3मरुभूमि के अंन्धकार से
न डरूंगा में कभी भी
क्यों कि तु मेरे साथ रहता है
कोई हानि न होगी
Verse 4सच्चा चारवाहा मेरा रक्षक तु
तेरे पीछे हो लूँगा मैं
हरी चराई में मुझे बैठाता
जल के पास ले चलता है
Verse 5तुरही भूखने का दिन नज़दीक है
हो तैयार उससे मिलने को
मेरी आशा तो बढ़ती रोज़ व रोज़
आमेन तु जल्दी आ मसीह