Verse 1स्वर्गीय आशीष दे, स्वर्गीय आशीष दे
स्वर्ग तू खोल, हाथ अपना बढा
स्वर्गीय आशीष दे
Verse 2आत्मा की चंगाई दे (२)
आत्मा पवित्र, शुद्ध कर चरित्र
आत्मा की चंगाई दे
Verse 3यीशू मेरे दिल में आ (२)
खोलता हूँ द्वार, करता इकरार
यीशु मेरे दिल में आ
Verse 4पवित्र आत्मा तू दे (२)
भर दे मुझे सामर्थ से
पवित्र आत्मा तू दे
Verse 5हमको ग्रहण कर प्रभु (२)
जैसे भी है हम है तेरे
हमको ग्रहण कर प्रभु