तेरा लहू, तेरा लहू, देता है हमको शिफा
तेरा लहू, तेरा लहू, करता है पाप क्षमा
तेरा लहू देता है गवाही,
मुझमे ही तो है मिलती रिहाई (2)
Verse 2
सुखें हुए तन में फुकें ये जान
तेरा लहू है सबसे महान (2)
तेरा लहू है सबसे महान
जिंदा लहू, जिंदा लहू (तेरा लहू)
मुर्दों में फुकें है जान (2)
तेरा लहू देता है गवाही,
मुझमे ही तो है मिलती रिहाई (2)
Verse 3
बेहता लहू ये कहता है आज
ले लो मुझे और पा लो शिफा (2)
लेलो मुझे और पालो शिफा
बेहता लहू, बेहता लहू
देता है हमको शिफा (2)
तेरा लहू देता है गवाही
मुझमे ही तो है मिलती रिहाई (2)
Verse 4
तेरा लहू, तेरा लहू, देता है हमको शिफा,
जिंदा लहू, तेरा लहू, देता है हमको शिफा