तेरा उठना बैठना तेरे लोगो में हैं
तेरा चलना फिरना तेरे लोगो में हैं
Verse 2
तू है यहाँ...
येशु हैं यहाँ...
Verse 3
जहाँ तू होता हैं चंगाई होती हैं
जहाँ तू होता हैं रिहाई होती हैं
जहाँ तू होता हैं वहां मुक्ति होती हैं
जहाँ तू होता हैं भलाई होती हैं
Verse 4
अब तू यहाँ हैं चंगाई यहाँ है
अब तू यहाँ हैं रिहाई यहाँ हैं
अब तू यहाँ हैं तो स्वर्ग यहाँ हैं (२)
Verse 5
जहाँ तू होता हैं खुशहाली होती हैं
जहाँ तू होता हैं आज़ादी होती हैं
जहाँ तू होता हैं वहां आशीष होती हैं
जहाँ तू होता हैं भरपूरी होती हैं
Verse 6
अब तू यहाँ है खुशहाली यहाँ हैं
अब तू यहाँ हैं आज़ादी यहाँ हैं
अब तू यहाँ हैं तो आशीष यहाँ हैं
अब तू यहाँ हैं भरपूरी यहाँ हैं
अब तू यहाँ हैं तो स्वर्ग यहाँ हैं(२)