तेरे पाप धुल सकेंगे आज ही मसीह के द्वारा 2
सिर्फ इक नज़र उठाकर देख ले लहू की धारा (तेरे पाप...)
Verse 2
तेरी कोशिशों के बदले क्या बता तुझे मिला है 2
ज़िंदगी खुशी से भर दे कोई ऐसा सिल सिला है
तुझे कुछ न दे सकेगा तेरे भाग्य का सितारा
सिर्फ इक नज़र उठाकर देख ले लहू की धारा...
Verse 3
कोइ है आवाज जिसकी, तेरा पीछा कर रही है 2
है तेरा हितेष जिससे तेरी, आत्मा डर रही है
तेरा नाम लेके उसने, तुझे आज फिर पुकारा
सिर्फ इक नज़र उठाकर देख ले लहू की धारा...
Verse 4
प्रभु की सलीब है जो, तेरी प्यास बुझा सकेगी 2
तेरे दिल की हर मुसीबत वही तुझसे छीन लेगी
वो खुशी के साथ देगी नये जीवन का किनारा
सिर्फ इक नज़र उठाकर देख ले लहू की धारा...