Verse 1सागर पहाड़ो से विशाल है तेरा प्रेम मेरे प्रति
मैं अपने दिल खोले यहाँ पाने खड़ा हूँ चंगाई
सच्चाई जानकर खुश हूँ हररोज़ मैं हाथ उठता हूँ
और गाऊँ मैं सदा तेरे प्यारा के गीत
Verse 2ग रे ग म ग रे, सा नि सा ... (4) सा नि सा रे
ग रे ग म ग रे, सा नि सा ... (4) पा पा रे सा
Verse 3सागर पहाड़ो से विशाल है तेरा प्रेम मेरे प्रति
मैं अपने दिल खोले यहाँ पाने खड़ा हूँ चंगाई
सच्चाई जानकर खुश हूँ हररोज़ मैं हाथ उठता हूँ
और गाऊँ मैं सदा तेरे प्यारा के गीत
तेरे प्यार के गीत मे गाऊँ
तेरे प्यार के गीत मे गाऊँ ... (2)
Verse 4नाचने को दिल करे जानू मूर्खता है ये
दुनिया जब देखे प्रकाश वे नाचेंगे जैसे हम अब नाचे
तेरे प्यार के गीत मे गाऊँ
तेरे प्यार के गीत मे गाऊँ ... (2)