Verse 1तेरी आराधना करूँ
तेरी आराधना करूँ
पाप क्षमा कर, जीवन दे दे
दया की याचना करूँ
Verse 2तू ही महान, सर्वशक्तिमान
तू ही हैं मेरे जीवन का संगीत
ह्रदय के तार, छेड़े झनकार-2
तेरी आराधना है मधुर गीत-2,
जीवन से मेरे तू महिमा पाये
एक ही कामना करूँ
पाप क्षमा कर...
Verse 3सृष्टि के हर एक कण कण में
छाया है तेरी ही महिमा का राज,
पक्षी भी करते हैं तेरी प्रशंसा -2
हर पल सुनाते हैं आनंद का राग-2
मेरी भी भक्ति तुझे ग्रहण हो,
ह्रदय से प्रार्थना करूँ,
पाप क्षमा कर...
Verse 4पतित जीवन में ज्योति जला दे
तुझ ही से लगी है आशा मेरी
पापमय तन को दूर हटा दे -2
पूर्ण हो अभि लाषा मेरी – 2
जीवन के कठिन दुखी क्षणों का,
दृढ़ता से समाना करूँ,
पाप क्षमा...