Verse 1तू ही है वह जो मुझको छुड़ाता
तू ही है वह जो मुझ को संभालता (2)
Verse 2देखता हूं मैं जब तेरे क्रूस की ओर
तू ही है वह जो मुझको बचाता
Verse 3मैं आजाद हूं
मैं तेरे लहू से हुआ हूं(2)
Verse 4तू ही है वह जो मुझको ऊठाता
तू ही है वह जो मुझ को चलाता (2)
Verse 5देखता हूं मैं जब तेरे क्रूस की ओर
तू ही है वह जो मुझको दौड़ाता
Verse 6मैं आजाद हूं
मैं तेरे लहू से हुआ हूं(2)
टूटे सारे बंदना आजाद में हुआ हूं (4)
Verse 7मैं आजाद हूं
मैं तेरे लहू से हुआ हूं(2)