Verse 1तू ही मेरी आशा है तू ही मेरा जान
मैं तेरे हाथों का बनावट का मेला ... (2)
Verse 2आशायें दिशायें तेरे के काबू में
आशायें दिशायें यीशु के काबू में
तू ही मेरी आशा...
Verse 3तू ही मेरी ज़िंदगी है तू ही मेरी जान
मैं तेरे हाथों का बनावट का मेला
आशायें दिशायें ... (2)
Verse 4तू ही मेरी ज़िंदगी...
तू ही है सहारा तू ही मेरा जान
मैं तेरे हाथों का बनावट का मेला
आशायें दिशायें ... (2)
Verse 5तू ही हैं सहारा...
तू ही मेरा प्यार यीशु तू ही मेरा जान
में तेरे हाथों का बनावट का मेला
आशायें दिशायें ... (2)
तू ही मेरा प्यार