तू ही रब है तू ही सब है
तू ही रब है तू ही सब है
लेता हूँ मैं तुझमे पनाह
मुझको संभाल मेरे खुदा … (2)
मुझको संभाल, मुझको संभाल, मुझको संभाल मेरे खुदा … (2)
तू ही रब है…
Verse 2
तेरे बिना क्या मेरी भलाई हर शय मैने तुझसे है पाई … (2)
तू है खुदावंद मेरा प्याला तूने मेरे हिस्से को संभाला
मेरा मुहाफ़िज़ है तू सदा
मुझको संभाल मेरे खुदा
मुझको संभाल, मुझको संभाल, मुझको संभाल मेरे खुदा
तू ही रब है…
Verse 3
जितना मैं तेरे पास रहूँगा उतना ही मज़बूत बनूगां … (2)
तुझको ही बस अपना कहूँगा गैरो के पीछे ना चलूँगा
गाऊँगा तेरे ही हम्द-ओ-सना
मुझको संभाल मेरे खुदा
मुझको संभाल, मुझको संभाल, मुझको संभाल मेरे खुदा
तू ही रब है…