Verse 1तू मेरे दिल का है अजीज, या मसीह या .....
तूझ बिन नही है कोई प्रिय या मसीह या .....
तू मेरा राजा है येशू, बचानेवाला पाकरूह
तनमन और धन का मालिक तू, या मसिह या
Verse 2दुनिया की दौलत है फानी, या मसिह ...
तू सच्ची दौलत है मेरी, या मसिह ....
क्या फायदा होगा सब इससे
जो मौत आवे मेरे लिये
छोड जाउंगा मै सब इसे, या मसिह
Verse 3रातदिन तुझही से है बातचीत, या मसिह ....
चाहे दूआ हो या गाउं गीत या मसिह .....
तू आसू पोछता है मेरे
तसल्ली देता है मुझे
तू प्यारा है सब लोगोंसे, या मसिह ...
Verse 4मेरा जीवन डूबा पापों में, या मसिह ....
तू हाथ बढाकर मुझको खीच, या मसिह ...
कर दे, गुनाहोंको तू माफ,
धोकर लहू से करदे साफ
बाहों में ले ले मुझे आज, या मसिह