Verse 1याद कर तू कहाँ से गिरा
लौट आ और मन को फिरा... (2)
Verse 2पहला सा प्रेम तूने छोड़ दिया
यीशु से नाता तूने तोड़ दिया
भूल गया उसके बलिदान को
कलवरी पर दी उसने जान को
याद कर तू कहाँ से गिरा...
Verse 3अब भी वक़्त है तौबा कर अपने किए पर
फिर ना जाना उस घिनोनी सड़क पर
लौट आ तुझको यीशु पुकारे
देखे यीशु ने बाहें पसारे
याद कर तू कहाँ से गिरा...
Verse 4आया नहीं मूड के तू देख पछताएगा
यीशु आके चला जाएगा तू यही रह जाएगा
कौन तुझको संभालेगा, कौन तेरा हाथ थामेगा
कौन तेरे आँसू पोछेगा
कोई नहीं होगा, कोई नहीं होगा
याद कर तू कहाँ से गिरा...