Verse 1यीशु बुलाता तुम्हें
यीशु बुलाता तुम्हें
बड़ी चाहत से तुमको बाहों में लेने
यीशु बुलाता तुम्हें
Verse 2दुख की गहराइयों में
देगा वो शांति तुम्हें
सोच समझकर उसको निहारो
आनंद अनोखा वो देगा तुम्हें
यीशु बुलाता तुम्हें…
Verse 3आँसू मिटाकर तेरे
रक्षा करेगा तेरी
अपनी आँखों की पुतली जैसे
सच्ची सुरक्षा देगा तुम्हें
यीशु बुलाता तुम्हें…
Verse 4अगर दिल तेरा दुखित हो
वो शांति देगा तुम्हें
यीशु तेरी मुक्ति और रोशनी है
संकोच मिटाकर आओ अभी
यीशु बुलाता तुम्हें…
Verse 5हर रोग मिटाने की
शक्ति है उसके पास
बिना किसी भेद के तैयार उद्धारक
अपनी दया से प्यार करने को
यीशु बुलाता तुम्हें…