Verse 1तूही मेरा खुदा है, तूही मेरा जहाँ है
तूही मेरी सुबह है, तूही मेरी पनाह है ... (2)
Verse 2यीशु तेरी मेहेरबानिया में भूलूंगा नहीं
यीशु तेरी क़ुर्बानिया में भूलूंगा नहीं … (2)
Verse 3तूने लहूँ बहाया मेरा कर्ज़ा चुकाया
पांपो को क्षमा कर मुझे गले लगाया ... (2)
Verse 4यीशु तेरी मेहेरबानिया में भूलूंगा नहीं
यीशु तेरी क़ुर्बानिया में भूलूंगा नहीं ... (2)
Verse 5कांटों और खिलों से उसे मारा गया
उसके कोडें खाने से में चंगा हुआ ... (2)
Verse 6यीशु तेरी मेहेरबानिया में भूलूंगा नहीं
यीशु तेरी क़ुर्बानिया में भूलूंगा नहीं ... (2)
Verse 7खुशियों से भर दिया खाली जीवन मेरा
ऐसी दी है खुशी जो कम ना होगी ... (2)
Verse 8यीशु तेरी मेहेरबानिया में भूलूंगा नहीं
यीशु तेरी क़ुर्बानिया में भूलूंगा नहीं... (2)